Uttarakhand ke 12 Famous-Shiv Mandir | उत्तराखंड के प्रसिद्ध शिव मंदिरों की जानकारी
Uttarakhand ke 12 Famous-Shiv Mandir. आप जेसे शिव भक्त भगवान भोलेनाथ के उन मंदिर के दर्शन कर सके। जो उत्तराखंड की हसीन वादियों में मोजूद है। उत्तराखंड की हसीन वादियों में आपको शिव और शक्ति दोनों के ही दर्शन करने का मोका मिलता है।
Table of Contents
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Uttarakhand ke 12 Famous-Shiv Mandir
- Ekeshwar Mahadev Mandir in Uttarakhand | सिद्धपीठ एकेश्वर महादेव मंदिर
- Kedarnath Mahadev Mandir in Rudraprayag | केदारनाथ महादेव मंदिर
- Madmaheshwar Mahadev Mandir in Ukhimath | मद्द्महेश्वर महादेव मंदिर
- Tungnath Mandir in Rudraprayag | तुंगनाथ महादेव मंदिर
- Rudranath Shiv Mandir in Chamoli | रुद्रनाथ महादेव शिव मंदिर
- Koteshwar Mahadev Mandir in Tehri Garhwal | कोटेश्वर महादेव मंदिर
- Kashi Vishwanath Mandir in Uttarkashi | कशी विश्वनाथ मंदिर उत्तरकाशी
- Daksh Prajapati Mandir in Haridwar | दक्ष प्रजापति मंदिर
- Timmersain Mahadev mandir in Chamoli | टिम्मरसैंण महादेव शिव मंदिर
- Binsar Mahadev Mandir in Pauri Garhwal | बिनसर महादेव शिव मंदिर
- Tarkeshwar Mahadev Mandir in Lansdowne | तारकेश्वर महादेव शिव मंदिर
- Lakhamandal Shiv Mandir in Dehradun | लाखामंडल शिव मंदिर
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Uttarakhand ke 12 Famous-Shiv Mandir
Uttarakhand ke 12 Famous-Shiv Mandir Uttarakhand ke 12 Famous-Shiv Mandir ki Jankari. आपको मेरी इस पोस्ट में मिलने वाली है। ताकि आप जेसे शिव भक्त भगवान भोलेनाथ के उन मंदिर के दर्शन कर सके। जो उत्तराखंड की हसीन वादियों में मोजूद है। उत्तराखंड की हसीन वादियों में आपको शिव और शक्ति दोनों के ही दर्शन करने का मोका मिलता है। इस पोस्ट के द्वार्रा मैं आप सभी को उत्तराखंड के उन 12 शिव मंदिर की जानकारी दूंगा। जहा आपको सावन के महीने में जरुर जाना चाहिए।
सावन का महिना एक ऐसा महिना है जो शिव जी को बहुत ज्यादा प्रिय है। इस सावन के महीने का इंतजार सभी शिव भक्तो को होता है। और इस सावन के महीने में हर शिव भक्त शिव की आराधना करना चाहता है। सावन के महीने में एक सिन यानी सोमवार भी बहुत खास दिन होता है। जिसमे हर शिव भक्त व्रत रखकर शिव की आराधना करते है। सावन के सोमवार व्रत की पूरी जानकारी आपको यहाँ क्लिक करके मिल जाएगी।
यहाँ हम बात करेंगे उन शिव मंदिर की जो उत्तराखंड में मोजूद है। हर शिव मंदिर की अपनी अपनी मान्यता है। तो आप अगर सावन के महीने में उत्तराखंड आय तो आप उन शिव मंदिर जरुर जाये। जिनकी लिस्ट मैंने आपको निचे दे दी है। इन सभी शिव मंदिर जाकर आपको भोलेनाथ की भक्ति का एक अलग ही एहसास होने वाला है।
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Ekeshwar Mahadev Mandir in Uttarakhand | सिद्धपीठ एकेश्वर महादेव मंदिर
Ekeshwar Mahadev Mandir in Uttarakhand Ekeshwar Mahadev Mandir in Uttarakhand. एकेश्वर महादेव, पौड़ी मान्यता है कि पौड़ी के एकेश्वर विकासखण्ड में स्थापित इस सिद्धपीठ के दर्शन से भक्तों की मनोकामना पूर्ण होती है। एकेश्वर महादेव प्रसिद्ध मंदिर है कि यहां पर जो भी नि संतान दंपति आते हैं तो पुत्र प्राप्ति उनको जरूर होती है।
यह मंदिर उत्तराखंड के कोटद्वार से लगभग 80 किलोमीटर की दूरी पर तथा सतपुली से लगभग 20 किलोमीटर की दूरी पर एकेश्वर ग्राम में स्थित है। मंदिर का मुख्य द्वार सड़क के किनारे पर ही स्थित है। मंदिर की ओर जाने वाले रास्ते पर ही हाथ पैर धोने के लिए तथा नहाने के लिए मीठे तथा स्वच्छ जल का एक स्रोत मिलता है। जहां पर हाथ पैर धोकर श्रद्धालु मंदिर की ओर जाते हैं। यह पर्याप्त जल का प्राकृतिक स्त्रोत पहाड़ में श्रद्धालुओं भक्तों और ग्रामवासियों के लिए श्री भोलेनाथ की ही देन है।
तो अगर आप सावन के महीने में उत्तराखंड आ रहे है। तो आप शिव भगवान के एकेश्वर महादेव मंदिर जरुर जाइये। और भोलेनाथ का आशीर्वाद प्राप्त करिए।
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Kedarnath Mahadev Mandir in Rudraprayag | केदारनाथ महादेव मंदिर
Kedarnath Mahadev Mandir in Rudraprayag Kedarnath Mahadev Mandir in Rudraprayag. जो शिव भगत है उन सभी को केदारनाथ धाम के बारे में जरुर पता होगा। केदारनाथ धाम शिव भगवान की वो जगह है। जहा हर शिव भक्त अपनी जिंदगी में एक बार जरुर जाना चाहते है। और जो भी एक बार केदारनाथ धाम जाता है वो बार बार केदारनाथ धाम जरुर जाना चाहता है।
भगवान शिव के बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक केदारनाथ मंदिर की स्थापना आदि शंकराचार्य द्वारा आठवीं शताब्दी में की गई थी। केदारनाथ धाम के कपाट साल में 6 महीने खुलते है। और इन 6 महीने में हर साल लाखो लोग इस यात्रा पर आते है। अगर आप सावन के महीने में उत्तराखंड आये तो केदारनाथ भी जरुर जाइये।
केदारनाथ किस तरह जाया जायेगा इसकी पूरी जानकारी आपको यहाँ क्लिक करके मिल जाएगी।
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Madmaheshwar Mahadev Mandir in Ukhimath | मद्द्महेश्वर महादेव मंदिर
Madmaheshwar Mahadev Mandir in Ukhimath Madmaheshwar Mahadev Mandir in Ukhimath. मद्द्महेश्वर महादेव, उखीमठ, रूद्रप्रयाग. मध्यमहेश्वर मंदिर भगवान शिव को समर्पित मंदिर है. यह मंदिर शिव जी के सबसे पुराने धार्मिक मंदिरों में से एक है. मद्महेश्वर मंदिर में शिव जी की नाभि की पूजा होती है. और मद्महेश्वर मंदिर हर साल मई में खुलकर नवम्बर के महीने में बंद हो जाता है. उसके बाद इनकी शीतकालीन पूजा उखीमठ में होती है. चौत्वंमा शिखर की तलहटी पर स्थित इस मंदिर में भगवान शिव के नाभि लिंगम की पूजा होती है।
पञ्च केदार में से द्वितीय केदार मध्यमहेश्वर की. Madhyamaheshwar Temple उत्तराखंड में स्तिथ एक प्रसिद्ध मंदिर है. मध्यमहेश्वर मंदिर समुंद तल से 3490 मीटर की उचाई पर स्तिथ है. मैं आपको बताना चाहूँगा मद्महेश्वर की यात्रा बहुत ज्यादा कठिन है. क्युकी मद्महेश्वर मंदिर जाने के लिए कई चुनोतिपूर्ण रस्ते से होकर गुजरना पड़ता है. लेकिन जो शिव भक्त होते है उन्हें ऐसे रास्तो से डर नहीं लगता. और वो इस मद्महेश्वर की यात्रा को पूरा करते है.
सावन के महीने में मध्यमहेश्वर की यात्रा करके आपको एक अलग ही शिव भक्ति का आनंद मिलेगा। मध्यमहेश्वर की यात्रा की यात्रा किस यात्रा किस तरह की जाएगी। इसकी पूरी जानकारी आपको यहाँ क्लिक करके मिल जाएगी।
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Tungnath Mandir in Rudraprayag | तुंगनाथ महादेव मंदिर
Tungnath Mandir in Rudraprayag Tungnath Mandir in Rudraprayag. तुंगनाथ, रूद्रप्रयाग. उत्तराखंड में मोजूद tungnath Mandir दुनिया का सबसे उचा शिव मंदिर है. tungnath mandir की उचाई समुंद तल से 3680 मीटर है. यह शिव मंदिर लगभग 1000 साल पुराना मंदिर है. ऐसा मान जाता है इस शिव मंदिर का निर्माण पांड्वो द्वारा भगवान शिव को खुश करने के लिए किया गया था. ये भी कहा जाता है कि पार्वती माता न शिव जी को प्रसन्न करने के शादी से पहले लिए यहाँ तपस्या की थी. यहाँ भगवान शिव की भुजाओं की पूजा होती है।
तुंगनाथ मंदिर जहा स्तिथ है वो जगह गढ़वाल हिमालय के सबसे सुन्दर जगह में से एक है. जब आप यहाँ आयेंगे तब आपको खुद ही एहसास हो जायेगा इस सुन्दर जगह का. जनवरी से लेकर मार्च तक इस जगह बहुत ज्यादा बर्फ पड़ी रहती है. और यहाँ का मोसम 12 महीने ठंडा ही रहता है.
सावन के महीने में उत्तराखंड आकर इस शिव मंदिर जरुर जाइये। तुंगनाथ कैसे जाया जायेगा इसकी पूरी जानकारी आपको यहाँ क्लिक करके मिल जाएगी।
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Rudranath Shiv Mandir in Chamoli | रुद्रनाथ महादेव शिव मंदिर
Rudranath Shiv Mandir in Chamoli Rudranath Shiv Mandir in Chamoli. रुद्रनाथ शिव मंदिर, चमोली पंचकेदार के अंतर्गत प्रतिष्ठित इस मंदिर के निकट चन्द्र कुण्ड, मानसकुण्ड, सूर्य कुण्ड और तार कुण्ड आदि स्थित हैं। उत्तराखंड में मोजूद पंच केदार में से एक मंदिर Rudranath भी है. रुद्रनाथ मंदिर की समुन्द्तल से उचाई 2290 मीटर है. इस मंदिर के आसपास आपको प्राकतिक सोंदार्ये देखने को मिलता है. रुद्रनाथ मंदिर के अन्दर भगवान शिव के मुख की पूजा होती है. और भगवान शिव के सम्पूर्ण शरीर की पूजा नेपाल की राजधानी काठमांडू में पशुपति नाथ में की जाती है.।
सावन के महीने में इस Rudranath Shiv Mandir जाकर आप भगवान शिव का आशीर्वाद जरुर प्राप्त करे। इस Rudranath मंदिर जाकर आपको भगवान भोलेनाथ की भक्ति का एक अलग ही एहसास होगा। Rudranath Shiv Mandir किस तरह जाया जाता है। इसकी पूरी जानकारी आपको यहाँ क्लिक करके मिल जाएगी।
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Koteshwar Mahadev Mandir in Tehri Garhwal | कोटेश्वर महादेव मंदिर
Koteshwar Mahadev Mandir in Tehri Garhwal Koteshwar Mahadev Mandir in Tehri Garhwal. उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में मौजूद एक पवित्र स्थान और भगवान शिव को समर्पित कोटेश्वर महादेव का मंदिर है। यह मंदिर रुद्रप्रयाग के में मार्केट से केवल 3 किलोमीटर की दूरी पर अलकनंदा नदी के तट पर स्थित है।जहां प्राकृतिक रूप से निर्मित शिवलिंग की पूजा की जाती है। मान्यता है कि भगवान शिव इस गुफा में दानव भस्मासुर से छिप गए थे। बाद में भगवान विष्णु ने भस्मासुर का वध किया था।
महा शिवरात्रि और सावन के महीने में यहां भगवान के इसी भक्तों की संख्या लाखों में होती है तो आप भी इस मंदिर जरूर चाहिए ।
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Kashi Vishwanath Mandir in Uttarkashi | कशी विश्वनाथ मंदिर उत्तरकाशी
Kashi Vishwanath Mandir in Uttarkashi Kashi Vishwanath Mandir in Uttarkashi. उत्तराखंड में मोजूद लगभग 150 वर्ष पुराना यह मंदिर उत्तरकाशी में भागीरथी नदी के तट पर निर्मित है। उत्तराखंड के उत्तरकाशी में मौजूद विश्वनाथ मंदिर सबसे पुराना और प्राचीन शिव मंदिर है उत्तरकाशी में कई मंदिर में से भगवान विश्वनाथ का मंदिर अलग महत्व रखता है। हर साल यहाँ हजारो शिव भक्त दर्शन के लिए आते है।
वेसे तो हर महीने यहाँ भक्तो का आना जाना लगा रहता है। लेकिन सावन के महीने में यहाँ भीड़ ज्यादा होती है। हर शिव भक्त भगवान शिव के इस मंदिर जरुर आना चाहता है। तो अगर आप भी उत्तराखंड घुमने आ रहे है। तो आप भी इस Kashi Vishwanath Mandir जरुर जाइये। इस शिव मंदिर का मैप मैंने निचे दे दिया है।
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Daksh Prajapati Mandir in Haridwar | दक्ष प्रजापति मंदिर
Daksh Prajapati Mandir in Haridwar Daksh Prajapati Mandir in Haridwar. भगवान शिव की ससुराल माने जाने वाले कनखल में स्थित इस मंदिर के विषय में यह मान्यता है कि यहाँ पर दक्ष प्रजापति द्वारा यज्ञ किया गया था। इस मंदिर का नाम भगवान शिव जी की पत्नी सती के पिता Daksh के नाम पर पड़ा है। इस मंदर में वेसे तो हर दिन शिव भक्तो की भीड़ रहती है। लेकिन सावन के महीने में और शिव रात्रि के दिन इस मंदिर में भक्तो की सबसे ज्यादा भीड़ रहती है।
यह शिव मंदिर हरीद्वार में मोजूद है। और आप में से बहुत से लोग ऐसे है जो हर साल सावन के महीने में हरीद्वार आते होंगे। सावन के महीने में आना वाला हर शव भक्त इस शिव मंदिर जाकर भगवान भोलेनाथ का आशीर्वाद जरुर प्राप्त करता है। तो आप भी इस शिव मंदिर जरू जाइये। और भोलेनाथ का आशीर्वाद प्राप्त करिए।
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Timmersain Mahadev mandir in Chamoli | टिम्मरसैंण महादेव शिव मंदिर
Timmersain Mahadev mandir in Chamoli Timmersain Mahadev mandir in Chamoli. उत्तराखंड के चमोली जनपद में गढ़वाल हिमालय की गोद में नीति गाँव में बना यह गुफा मंदिर श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है।यहाँ हर साल लगभग 10 फिट बर्फ की शिवलिंग बनती है। जिस तरह अमरनाथ में बर्फ की शिवलिंग बनती है ठीक उसी तरह उत्तराखंड के इस शिव मंदिर में शिवलिंग बनती है। हर साल हजारो शिव भक्त इस शिवलिंग के दर्शन करने आते है। और भोलेनाथ का आशीर्वाद प्राप्त करते है।
Timmersain Mahadev mandir अपनी चारो तरफ घिरी खुबसुरत वादियों से भी आपको अपना दीवाना बना देगा। यहाँ आपको एक अलग ही शांति का एहसास होगा। एक ऐसी शांति जिसके लिए लोग दूर दूर पहाड़ो में जाते है। तो अगर आप इस सावन के महीने में उत्तराखंड आ रहे है। तो इस शिव मंदिर जरुर जाइये। इस Timmersain Mahadev mandir जाने का मेप मैंने निचे दे दिया है।
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Binsar Mahadev Mandir in Pauri Garhwal | बिनसर महादेव शिव मंदिर
Binsar Mahadev Mandir in pauri garhwal Binsar Mahadev Mandir in Pauri Garhwal. बिनसर महादेव का मंदिर एक शिव मंदिर है। यह मंदिर उत्तराखंड के Pauri Garhwa में स्तिथ है। मान्यता है कि राजा पृथ्वी ने इस मंदिर को अपने पिता बिंदु की याद में बनाया था। वैकुंठ चतुर्दशी तथा कार्तिक पूर्णिमा पर यहाँ मेले का आयोजन होता है। यह शिव मंदिर प्राकर्तिक सोंदर्य से सबका मन मोह लेता है।
हर साल हजारो शिव भक्त इस शिव मंदिर के दर्शन करने आते है। और भगवान भोलेनाथ का आशीर्वाद प्राप्त करते है। तो अगर्र आप भी सावन के महीने में उत्तराखंड आ रहे है। और आपको भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त करना है, तो आप इस Binsar Mahadev Mandir एक बार जरुर जाइये। Binsar Mahadev Mandir का Map मैंने निचे दे दिया है। जिस par क्लिक करके आप बहुत ही आराम से इस शिव मंदिर पहुच सकते हो।
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Tarkeshwar Mahadev Mandir in Lansdowne | तारकेश्वर महादेव शिव मंदिर
Tarkeshwar Mahadev Mandir in Lansdowne Tarkeshwar Mahadev Mandir in Lansdowne. उत्तराखंड के लैंसडाउन में स्थित यह मंदिर भगवान शिव के सिद्धपीठ के रूप में प्रतिष्ठित है।
उत्तराखंड का यह तारकेश्वर महादेव शिव मंदिर समुन्द्र ताल से 2092 मीटर की उचाई par मोजूद है। हिन्दू धर्म में आस्था रखने वाले लाखो भक्त हर साल इस Tarkeshwar Mahadev Mandir में दर्शन के लिए आते है। ऐसी मान्यता है कि Tarkeshwar Mahadev से मागी गयी हर मन्नत पूरी होती है। तारकेश्वर महादेव का मंदिर शिव के सिद्धपीठ मंदिर में से एक है। तो इसलिए आप सभी को इस शिव मंदिर जरुर जाना चाहिए।
Tarkeshwar Mahadev Mandir जाने का Map मैं आपको निचे दे रहा हु। ताकि आपको इस मंदिर जाने में किसी भी तरह की कोई परेशानी ना आये।
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Lakhamandal Shiv Mandir in Dehradun | लाखामंडल शिव मंदिर
Lakhamandal Siv Mandir in Dehradun Lakhamandal Shiv Mandir in Dehradun. लाखा अर्थात अनेक और मंडल अर्थात मंदिर। मान्यता है कि महाभारतकाल में युधिष्ठिर ने इस मंदिर का निर्माण करवाया था। उत्तराखंड के देहरादून जिले में मोजूद यह लाखामंडल गाव में मोजूद यह मंदिर मंदिर शिव को समर्पित है। यह शिव मंदिर बहुत पुराना मंदिर है। और इस शिव मन्दिरर में साल भर भक्तो का आना लगा रहता है।
यह शिव मंदिर बहुत पुराना मंदिर है। तो यहाँ आपको बहुत पुरानी चीजे भी दिखाई देने वाला है। साथ ही यह जगह अपने प्राकर्तिक नजरो से आपका मन मोह लेगी। तो अगर आप उत्तराखंड आ रहे है। तो देहरादून में मोजू इस शिव मंदिर जरुर जाइये। और सावन के महीने में भगवान भोलेनाथ का आशीर्वाद प्राप्त करे।
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