Uttarakhand ke Famous Devi Mandir | उत्तराखंड में माँ दुर्गा के प्राचीन सिद्धपीठ मंदिर
Uttarakhand ke Famous Devi Mandir. उत्तराखंड में माँ दुर्गा के प्राचीन सिद्धपीठ मंदिर। क्या आप उत्तराखंड में मोजूद देवी के फेमस मंदिर की जानकारी प्राप्त करना चाहते है। तो मेरा आज का यह आर्टिकल इसी टॉपिक से जुड़ा है।
Table of Contents
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Uttarakhand ke Famous Devi Mandir
- Dhari Devi Mandir - धारी देवी मंदिर, श्रीनगर
- Kalika Mata Mandir in Pauri Garhwal - कालिका माता मंदिर, बीरोंखाल, पौड़ी गढ़वाल
- Maya Devi Mandir in Haridwar - माया देवी मंदिर, हरिद्वार
- Kalimath Mandir in Rudraprayag - कालीमठ मंदिर, रुद्रप्रयाग
- Hariyali Devi Mandir in Rudraprayag - हरियाली देवी मंदिर, जसोली, रुद्रप्रयाग
- Nanda Devi Mandir in kurud chamoli | नंदा देवी मंदिर, कुरुड़ -चमोली
- Jwalpa Devi Mandir in Satpuli - ज्वालपा देवी मंदिर, सतपुली
- Nagni Devi Mandir in Uttarkashi - नागणी देवी मंदिर, उत्तरकाशी
- Chandrabadani Devi Mandir in Devprayag - चन्द्रबदनी मंदिर, देवप्रयाग
- Surkanda Devi Mandir in Chamba | सुरकंडा देवी मंदिर, कडूखाल, टिहरी
- Kunjapuri Devi Mandir Narendra Nagar - कुन्जापुरी देवी मंदिर, नरेन्द्र नगर
- Maa Chandi Devi Mandir, Haridwar - चण्डी देवी मंदिर, हरिद्वार
- Mansa Devi Mandir Haridwar - मनसा देवी मंदिर, हरिद्वार
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Uttarakhand ke Famous Devi Mandir
Uttarakhand ke Famous Devi Mandir Uttarakhand ke Famous Devi Mandir. उत्तराखंड में माँ दुर्गा के प्राचीन सिद्धपीठ मंदिर। क्या आप उत्तराखंड में मोजूद देवी के फेमस मंदिर की जानकारी प्राप्त करना चाहते है। तो मेरा आज का यह आर्टिकल इसी टॉपिक से जुड़ा है। आज मैं आप सभी को उत्तराखंड के Famous Devi Mandir की जानकारी विस्तार से देने वाला हु। ताकि आप लोग बहुत ही आराम से उत्तराखंड आकर देवी के दर्शन कर सको।
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Dhari Devi Mandir - धारी देवी मंदिर, श्रीनगर
धारी देवी मंदिर, श्रीनगर अलकनन्दा नदी के तट पर स्थित धारी देवी मंदिर प्राचीन सिद्धपीठ है। धारी देवी को उत्तराखंड की रक्षक देवी के रूप में जाना जाता है। उत्तराखंड की खुबसुरत वादियों में रुद्रप्रयाग जिले के श्रीनगर शहर में धरी देवी का मंदिर गंगा के बीचो बिच मोजूद है। Dhari Devi Mandir में मोजूद माता धारी देवी दिन में अलग अलग स्वरूपों में दर्शन देती है। सुबह के समय मूर्ति एक कन्या के रूप में दिखाई देती है। दोपहर में महिला का रूप देखने को मिलता है। और शाम को बूढी ऑर्ट का रूप देखने को मिलता है।
उत्तराखंड का यह देवी का मंदिर एक सिद्धपीठ मंदिर है। तो जब भी आप उत्तराखंड आये तो इस सिद्धपीठ मंदिर में देवी के अलग अलग रुप के दर्शन जरुर करिए। धारी देवी के मंदिर का मेप मैंने निचे दे दिया है। जिस पर क्लिक करके आप मंदिर तक आसानी से पहुच सकते हो।
धारी देवी मंदिर, श्रीनगर Map Click Now
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Kalika Mata Mandir in Pauri Garhwal - कालिका माता मंदिर, बीरोंखाल, पौड़ी गढ़वाल
Kalika Mata Mandir in in pauri garhwal पौड़ी जिले में स्थित कालिंका माता मंदिर को मां काली का स्वरूप माना जाता है। यहां हर 3 साल में सर्दियों के मौसम में प्रसिद्ध मेला लगता है। काली माता मंदिर उत्तराखंड की पौड़ी गढ़वाल जिले में स्थित है। मंदिर परिसर अल्मोड़ा जिले की सीमा के करीब स्थित है और मंदिर काली माता को समर्पित है। यह मंदिर लगभग 2100 मीटर की ऊंचाई पर एक समतल पहाड़ी की चोटी पर स्थित है।
अपनी खुबसुरत वादियों की वजह से यहाँ आपको माता की भक्ति करने का एक अलग ही एहसास होगा। तो आप जब भी उत्तराखंड आये तो इन कालिका माता के मंदिर जरुर जाइये। और माता के दर्शन करके उनका आशीर्वाद प्राप्त करिए। कालिका मंदिर जाने का मेप मैंने निचे दे दिया है।
कालिका माता मंदिर, बीरोंखाल, पौड़ी गढ़वाल Map Click Now
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Maya Devi Mandir in Haridwar - माया देवी मंदिर, हरिद्वार
Maya Devi Mandir in Haridwar माया देवी हरिद्वार की अधिष्ठात्री देवी हैं। माया देवी को शक्ति का अवतार माना जाता है। माया देवी के नाम पर ही हरिद्वार को पहले मायापुरी के नाम से जाना जाता था। माया देवी का मंदिर उत्तराखंड के हरिद्वार शहर में स्थित है यह मंदिर भैरवी ट्रम की देवी दुर्गा जी की मूर्ति है जिसमें एक हाथ में त्रिशूल एक हाथ में निर्माण है सड़कों का यह महत्वपूर्ण स्पीड है तो अगर आप देवी माता के दर्शन करना चाहते हैं।
तो आप हरिद्वार लिए हरिद्वार में स्टेशन से मात्र 1 किलोमीटर की दूरी पर ही यह माया देवी मंदिर स्थित है जहां पर जाकर आप माया देवी के दर्शन कर सकते हैं और उनका आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं।
माया देवी मंदिर, हरिद्वार Map Click Now
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Kalimath Mandir in Rudraprayag - कालीमठ मंदिर, रुद्रप्रयाग
Kalimath Mandir in Rudraprayag रूद्रप्रयाग जिले में स्थित कालीमठ मंदिर को महालक्ष्मी, महासरस्वती और महाकाली के सिद्धपीठ के रूप में जाना जाता है। इस स्थान का वर्णन दुर्गा सप्तशती में भी है। कालीमठ मंदिर रुद्रप्रयाग के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है। और यह मंदिर भारत के प्रमुख सिद्धपीठ मंदिरों में से एक सिद्धपीठ माना जाता है।
इस्कंद पुराण के अनुसार केदारनाथ के अध्याय में मां काली के इस मंदिर का वर्णन है। यह मंदिर समुद्र तक यह मंदिर समुद्र तल से 1463 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है कालीमठ मंदिर से 8 किलोमीटर की खड़ी चढ़ाई ऊंचाई पर स्थित दिव्य चट्टानें जिसको काली शीला के रूप में जाना जाता है। तो अगर आप महाकाली के दर्शन करना चाहते हैं तो आप इस मंदिर जरूर चाहिए और माता का आशीर्वाद प्राप्त करिए।
कालीमठ मंदिर, रुद्रप्रयाग Map Click Now
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Hariyali Devi Mandir in Rudraprayag - हरियाली देवी मंदिर, जसोली, रुद्रप्रयाग
Hariyali Devi Mandir in Rudraprayag यह Hariyali Devi Mandir रूद्रप्रयाग जिले में स्थित है। प्रसिद्ध सिद्धपठों में से एक इस मंदिर की देवी को सीता माता, बाला देवी और वैष्णो देवी के नाम से भी जाना जाता है। उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में हरियाली देवी नामक मंदिर स्थित है।
यह भारत के 58 सीटों में से एक है हरियाली देवी मंदिर रुद्रप्रयाग से 37 किलोमीटर दूर जसौली गांव में मौजूद है। हरियाली देवी देवी के इस मंदिर में देवी के शेर पर सवार एक मूर्ति है। और भक्त इस मूर्ति के दर्शन करने इस हजारी देवी मंदिर जाते हैं। तो अगर आप भी माता के भक्त है और माता के दर्शन करना चाहते हैं। तो उत्तराखंड का यह हरियाली देवी मंदिर आपके लिए एक अच्छा स्थान है जहां जाकर आप माता के दर्शन कर सकते हैं और उनका आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं।
हरियाली देवी मंदिर, जसोली, रुद्रप्रयाग Map Click Now
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Nanda Devi Mandir in kurud chamoli | नंदा देवी मंदिर, कुरुड़ -चमोली
Nanda Devi Mandir in kurud chamoli कुरुड़ -चमोली में नंदा देवी का मंदिर गांव के शीर्ष पर देवसरि तोक पर स्थित है। कुरूड़ नंदा को राजराजेश्वरी के नाम से भी जाना जाता है। उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित नंदा देवी मंदिर शक्तिपीठ मंदिर है। यह मंदिर भगवती नंदा यानी पार्वती माता को समर्पित है।
यह भारत के उत्तराखंड राज्य के चमोली जनपद में मौजूद है। नंदा शब्द का अर्थ होता है जगत जननी भगवती यानी यह जो मंदिर है यह जगत जननी भगवती माता का मंदिर है। जहां यह मंदिर स्थित है वह स्थान नंद धाम भी कहलाता है। इस मंदिर को नंदा का मायका भी बोला जाता है।
तो अगर आप देवी माता के भक्त हैं और आप सिद्ध पीठ मंदिर के दर्शन करना चाहते तो आप इस सुंदर ही मंदिर में जाकर आप नंदा देवी माता के दर्शन कर सकते हैं और उनका आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं। इस शक्तिपीठ मंदिर का मेप मैंने निचे दे दिया है। उस पर क्लिक करके आप इस मंदिर तक पहुच सकते हो।
नंदा देवी मंदिर, कुरुड़ -चमोली Map Click Now
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Jwalpa Devi Mandir in Satpuli - ज्वालपा देवी मंदिर, सतपुली
Jwalpa Devi Mandir Jwalpa Devi यह मंदिर नबालिका नदी के तट पर स्थित है। नवरात्रि के दौरान इस मंदिर में विशेष उत्सव का आयोजन होता है। उत्तराखंड मौजूद एक सिद्धबली मंदिर ज्वालपा देवी मंदिर भी है यह है मंदिर पौड़ी मुख्यालय से लगभग 30 किलोमीटर की दूरी पर सतपुर में स्थित है। यह मंदिर स्थानीय लोगों की आस्था का मंदिर होने के साथ मां दुर्गा का स्वरूप है।
यह मंदिर स्कंद पुराण के अनुसार सतयुग में राजा फूलों की बेटी रांची से देवराज इंद्र को पति के रूप में प्राप्त करने के लिए, नदी के किनारे ज्वाला धाम में हिमाचल की आराध्य देवी मां पार्वती की आराध्य की तपस्या से प्रश्न होकर यहां ज्वाला रूप में अपने दर्शन दिए थे । र तभी से यह मंदिर भक्तों के लिए एक आकर्षण का केंद्र है। तो अगर आप माता के भक्त है। तो आप इस मंदिर जाकर दर्शन जरूर करिए और माता का आशीर्वाद प्राप्त करिए।
ज्वालपा देवी मंदिर में जाने का मेप मैंने निचे दे दिया है। ताकि आप लोग बहुत ही आराम से इस मंदिर तक पहुच सको।
ज्वालपा देवी मंदिर, सतपुली Map Click Now
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Nagni Devi Mandir in Uttarkashi - नागणी देवी मंदिर, उत्तरकाशी
Nagni Devi Mandir in Uttarkashi यह मंदिर बालखिला पर्वत पर स्थित है। नवरात्र के दिनों में यहां श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है। उत्तराखंड का नागिनी देवी का मंदिर उत्तरकाशी में स्थित है। यहां पहुंचने के लिए उत्तरकाशी से 18 किलोमीटर तक सड़क मार्ग से उसके बाद 3 किलोमीटर की खड़ी चढ़ाई वाला पैदल रास्ता है।
पर्वत की चोटी पर मोजूद मंदिर के दर्शन आपको निचे से भी हो सकते है। यह स्थान समुद्र से 9000 की ऊंचाई पर स्थित है इस मंदिर के कपाट पूरे वर्ष पर खुले रहते हैं। और नवरात्रों के दिन यहाँ भक्तो की भारी भीड़ रहती है तो आप इस मंदिर जाकर नागणी देवी मंदिर के दर्शन कर माता का आशीर्वाद कर सकते हैं। यह स्थान पर शक्तिपीठ मंदिरों में से एक स्थान है।
नागणी देवी मंदिर, उत्तरकाशी Map Click Now
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Chandrabadani Devi Mandir in Devprayag - चन्द्रबदनी मंदिर, देवप्रयाग
Chandrabadani Devi Mandir in in Devprayag यह शक्तिपीठ चंद्रकूट पर्वत के ऊपर स्थित 52 शक्तिपीठों और माता सती के पवित्र स्थलों में से एक है। उत्तराखंड में मौजूद चंद्र बद्री मंदिर देवप्रयाग से 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है यह मंदिर शक्तिपीठों मंदिर में से एक है। और यह समुद्र से 2277 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। जिसकी वजह से यहां आपको एक अलग आनंद प्राप्त होता है। और हिमालय की ऊंची ऊंची चोटियों जैसे सुरकंडा केदारनाथ और बद्रीनाथ के साथ हरे भरे गढ़वाल पहाड़ियों के मनोरंजन से देखने को मिलते हैं।
चन्द्रबदनी मंदिर देवी शक्ति को समर्पित है जो भारत की 51 शक्तिपीठों में से एक है। तो आप अगर माता के भक्त है। तो इस मंदिर जाकर आप माता का आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं। Chandrabadani Devi Mandir का मेप मैंने निचे दे दिया है। जिस पर क्लिक करके आप बहुत आराम से इस मंदिर तक पहुच सकते हो।
चन्द्रबदनी मंदिर, देवप्रयाग Map Click Now
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Surkanda Devi Mandir in Chamba | सुरकंडा देवी मंदिर, कडूखाल, टिहरी
सुरकंडा देवी मंदिर, कडूखाल, टिहरी सुरकंडा देवी मंदिर टिहरी क्षेत्र के सुरकूट पर्वत पर स्थित है। यह प्रसिद्ध 52 शक्तिपीठों में से एक है। उत्तराखंड की खुबसुरत वादियों में टिहरी गडवाल जिले के कनाताल गाव में मोजूद सुरकंडा देवी माता का मंदिर 51 शक्ति पीठों में से एक मंदिर है। इस मंदिर से आपको चारो धाम के पहाड़ो के दर्शन भी होते है। ठण्ड के मौसम में इस मंदिर में बहुत ज्यादा बर्फ भी पड़ती है। Surkanda Devi Temple में आप किसी भी महीने जा सकते है।
तो अगर आप उत्तराखंड आ रहे है तो आप माता के इस मंदिर जरुर जाइये। सुरकंडा देवी मंदिर जाने का मेप मैंने निचे दे दिया है। जिस पर क्लिक करके आप बहुत ही आराम से सुरकंडा देवी मंदिर जा सकते हो।
सुरकंडा देवी मंदिर, कडूखाल, टिहरी Map Click Now
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Kunjapuri Devi Mandir Narendra Nagar - कुन्जापुरी देवी मंदिर, नरेन्द्र नगर
कुन्जापुरी देवी मंदिर, नरेन्द्र नगर Kunjapuri Devi Mandir Narendra Naga.उत्तराखंड की खुबसुरत वादियों में ऋषिकेश में मोजूद नरेंद्र नगर में कुंज देवी मंदिर मोजूद है। यह कुंजापुरी माता का प्राचीन सिद्धपीठ मंदिर है। यह मंदिर ऋषिकेश से 25 किलोमीटर की दुरी पर मोजूद है। इस मंदिर पर जाते टाइम मनमोहक प्राकर्तिक द्रश्य देखने का मोका मिलेगा। पहाड़ो की खूबसूरती देखकर आप इस जगह के दीवाने हो जाओगे।
खूबसूरती देखने के साथ साथ आपको माता की भक्ति करने का मोका भी मिलेगा। ऋषिकेश से लगभग 25 किमी की दूरी पर स्थित कुन्जापुरी देवी मंदिर देवी सती को समर्पित है। मान्यता है कि यहाँ माता सती के शरीर का ऊपरी भाग गिरा था।
अगर आप उत्तराखंड आये तो माता के इस प्राचीन सिद्धपीठ मंदिर जरुरर जाये। और माता का आशीर्वाद प्राप्त करे। मंदिर का मेप मैंने निचे दे दिया है। जिस par क्लिक करके आप बहुत ही आसानी से मंदिर तक पहुच सकते हो।
कुन्जापुरी देवी मंदिर, नरेन्द्र नगर Map Click Now
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Maa Chandi Devi Mandir, Haridwar - चण्डी देवी मंदिर, हरिद्वार
चण्डी देवी मंदिर, हरिद्वार Chandi Devi Mandir, Haridwar - देश के प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों में शामिल चंडी देवी मंदिर नील पर्वत के शिखर पर स्थित है। यह मंदिर प्रसिद्ध शक्तिपीठों में से एक है। मान्यता है कि इस मंदिर की मूर्ति को आदि शंकराचार्य ने 8वीं शताब्दी में स्थापित किया था।
हरिद्वार में मोजूद नील पर्वत पर चंडी देवी का मंदिर स्थित है। हरीद्वार में मोजूद चंडी देवी का मंदिर भी एक फेमस मंदिर है। देवी के इस मंदिर में भी हर साल करोडो लोग दर्शन करने के लिए आते है। हरीद्वार में मोजूद चंडी देवी का यह मंदिर बहुत पुराना और प्रसिद्ध मंदिर है। चंडी माता का यह मंदिर लगभग 1200 साल पुराना मंदिर है।
चण्डी देवी मंदिर, हरिद्वार Map Click Now
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Mansa Devi Mandir Haridwar - मनसा देवी मंदिर, हरिद्वार
मनसा देवी मंदिर, हरिद्वार Mansa Devi Mandir Haridwar. उत्तराखंड के हरीद्वार में मोजूद माँ मनसा देवी का मंदिर बहुत ही प्रसिद्ध मंदिर है। मा मनसा देवी के मंदिर में लोग दूर दूर से दर्शन करने के लिए आते है। Maa Mansa Devi Temple हर्रिद्वर में पर्वत की चोटी पर मोजूद है। मनसा देवी के मंदिर तक आप पैदल भी जा सकते हो। उड़नखटोले से भी जा सकते हो। या फिर बाइक से भी जा सकते हो।
हरीद्वार में मोजूद माता का यह मंदिर एक सिद्धपीठ मंदिर है। पहाड़ो की चोटी पर मोजूद यह मंदिर एक भक्ति का अलग ही एहसास देता है। तो जब भी आप हरीद्वार आये तो माता के इस मंदिर जरुर जाये।
मनसा देवी मंदिर, हरिद्वार Map Click Now
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