Visit these places in Prayagraj | प्रयागराज के आसपास घुमने की जगह
Visit these places in Prayagraj. प्रयागराज के आसपास घुमने की जगह कौन सी है। अगर आप प्रयागराज जा रहे है । और आपको यह पता करना है कि प्रयागराज के आसपास ऐसी कौन सी जगह है जहा जाकर आप घूम सकते है। तो मेरा यह आर्टिकल आप सभी लोगो के लिए है।
1. प्रयागराज के आसपास घुमने की जगह

Visit these places in Prayagraj. प्रयागराज के आसपास घुमने की जगह कौन सी है। अगर आप प्रयागराज जा रहे है । और आपको यह पता करना है कि प्रयागराज के आसपास ऐसी कौन सी जगह है जहा जाकर आप घूम सकते है। तो मेरा यह आर्टिकल आप सभी लोगो के लिए है। अपने इस आर्टिकल के द्वारा मैं आप सभी को प्रयागराज के आसपास खुमने की जगह की जानकारी विस्तार से Map के साथ देने वाला हु।
2. त्रिवेणी संगम | Triveni Sangam Prayagraj

प्रयागराज में सबसे पहले बात करेंगे हम त्रिवेणी संगम की। प्रयागराज में त्रिवेणी संगम किनारे ही महाकुम्भ होता है। यही मुख्य स्थल है। यहां एक डुबकी लगाने के लिए लोग देश-दुनिया से आते हैं। और इस समय यहाँ महा कुम्भ का आयोजन चल रहा है। तो यहाँ जाकर आपको अलग ही भक्ति का आनंद प्राप्त होने वाला है।
Triveni Sangam Prayagraj Map Link
3. बड़े हनुमान जी का मंदिर | Shri Bade Hanuman Ji Mandir Prayagraj

प्रयागराज में संगम किनारे स्तिथ जो पहला स्थान घुमने का है वो है बड़े हनुमान जी का मंदिर। संगम से मात्र आधा किलोमीटर इ दुरी पर ही बड़े हनुमान जी का मंदिर है जिसमे हनुमान जी की विशालकाय मूर्ति लेटी हुई है। इन्हें प्रयागराज का नगर कोतवाल कहा जाता है। तो जब भी आप प्रयागराज जाये तो हनुमान जी की विशालकाय लेटी हुई मूर्ति के दर्शन जरुर करिए।
■ संगम से दूरी आधा किलोमीटर।
■ दर्शन का समय मंदिर तड़के 4.30 से रात 10 बजे रात तक खुला रहता है।
Shri Bade Hanuman Ji Mandir Prayagraj Map Link
4. अक्षयवट और सरस्वती कूप | Akshayvat Saraswati Koop Prayagraj

प्रयागराज में संगम किनारे स्तिथ अगली जगह का नाम है अक्षयवट और सरस्वती कूप। संगम किनारे स्तिथ अक्षयवट किले में पवित्र वटवृक्ष है, जिसका जिक्र पुराणों में भी है। यह सृष्टि के आरंभ और प्रलय का साक्षी रहा है। यहीं सरस्वती कूप भी है।
■ संगम से दूरी करीब 300 मीटर
■ दर्शन का समय सुबह 8 बजे से रात 8 बजे।
Akshayvat Saraswati Koop Prayagraj Map Link
5. श्री नागवासुकी मंदिर | Nagvasuki Mandir Prayagraj

संगम से लगभग 3.4 किमी की दुरी पर दारागंज में गंगा जी के तट पर श्री नागवासुकी मंदिर काम का यह प्राचीन मंदिर है। अपनी तरह के अनोखे मंदिर में नागों के राजा नागवासुकी की मूर्ति है। यहां कालसर्प दोष की पूजा की विशेष मान्यता है। तो आप प्रयागराज जाने के बाद इस मंदिर भी जरुर जाये।
■ संगम से दूरी करीब 3.4 किमी
■ दर्शन का समय सुबह 5 से रात 10 बजे तक।
Nagvasuki Mandir Prayagraj Map Link
6. माँ अलोपी देवी मंदिर | Alopi Devi Mandir Prayagraj

संग से करीब 5 किमी की दुरी पर माँ अलोपी देवी मंदिर स्तिथ है। कहा जाता है यहां माता सती की अंगुली गिरी थी। इस शक्ति पीठ पर देवी की मूर्ति नहीं, बल्कि एक पालने की पूजा होती है। दोनों नवरात्रि में यहां भक्तों की भारी भीड़ होती है। तो आप जब भी प्रयागराज जाये तो इस शक्ति पीठ माँ अलोपी देवी मंदिर जरुर जाये। और माता का आशीर्वाद प्राप्त करे।
■ संगम से दूरी करीब 5 किमी
■ दर्शन का समय सुबह 5 से रात बजे 10 तक।
Alopi Devi Mandir Prayagraj Map Link
7. श्री मनकामेश्वर महादेव मंदिर | Shri Mankameshwar Mahadev Mandir Prayagraj

संगम से करीब 3 किमी की दुरी पर यमुना जी के किनारे मिंटो पार्क के बगल में श्री मनकामेश्वर महादेव मंदिर का प्राचीन मंदिर स्थित है। भगवान राम ने भी वन जाते समय यहां पूजन किया था। इसी परिसर में ऋणमुक्तेश्वर महादेव और हनुमान जी का भी मंदिर है। तो प्रयागराज जाने के बाद आप सभी को इस श्री मनकामेश्वर महादेव मंदिर भी जरुर जाना चाहिए।
■ संगम से दूरी करीब 3 किमी
■ दर्शन का समय सुबह 5 से रात 8 बजे तक।
Shri Mankameshwar Mahadev Mandir Prayagraj Map Link
8. शिवालय पार्क | Shivalay Park Prayagraj

शिवालय पार्क संगम से 3 किमी की दुरी पर अरैल घाट पर स्थित है। इसको भारत के मानचित्र की तरह डिजाइन किया है। उत्तर में केदारनाथ, पूर्व में लिंगराज, दक्षिण में शोर मंदिर, पश्चिम में सोमनाथ ज्योतिर्लिंग हैं। तो शिवालय पार्क जाकर भी आपको बहुत आनंद आने वाला है। अपने मनमोहक दश्य से ये पार्क आपको हमेशा याद रहेगा।
■ संगम से दूरी करीब 3 किमी
■ आने का समयः यह पार्क 24 घंटे खुला रहता है।
Shivalay Park Prayagraj Map Link
9. महर्षि भारद्वाज आश्रम | Maharishi Bhardwaj Ashram Prayagraj

संगम से 5 किमी दूर महर्षि भारद्वाज आश्रम है। कहा जाता है कि वनवास जाते समय भगवान श्रीराम ने यहीं महर्षि भारद्वाज के दर्शन किए। सप्त ऋषि- परिवारों में महर्षि भारद्वाज का नाम सर्वाधिक आदर से लिया जाता है। तो आपको भी इस महर्षि भारद्वाज आश्रम जरुर जाना चाहिए।
■ संगम से दूरी करीब 5 किमी
■ दर्शन का समय- सुबह 5.30 से रात 10 बजे तक यहां आ सकते हैं।
Maharishi Bhardwaj Ashram Prayagraj Map Link
10. श्री वेणीमाधव मंदिर | Veni Madhav Mandir Prayagraj

संगम से 3 किमी की दुरी पर श्री वेणीमाधव मंदिर नाम का यह प्राचीन मंदिर दारागंज में निराला मार्ग पर स्थित है। प्रयागराज के चारों ओर 12 माधवों के मंदिर हैं। भगवान वेणी माधव प्रयागराज के नगर देवता माने जाते हैं। तो आप सभी को एक बार जरुर इस श्री वेणीमाधव मंदिर जाना चाहिए।
■ संगम से दूरी करीब 3 किमी
■ दर्शन का समय -सुबह 5 से दोपहर 12 बजे, शाम 4 से रात 10 बजे तक।
Veni Madhav Mandir Prayagraj Map Link
11. माँ ललिता देवी मंदिर | Maa Lalita Devi Mandir Prayagraj

संगम से 6 किमी दूर माँ ललिता देवी मंदिर का यह पौराणिक मंदिर यमुना के नजदीक है। अज्ञातवास के दौरान लाक्षागृह में जलने से सुरक्षित बचे पांडवों ने भी इस मंदिर में देवी की पूजा की थी।
■ संगम से दूरी करीब 6 किमी दूर
■ दर्शन का समय सुबह 5 बजे से रात 9 बजे तक मंदिर खुला रहता है।
Maa Lalita Devi Mandir Prayagraj Map Link
12. आदि शंकर विमान मंडपम | Shri Adi Shankar Vimana Mandapam

संगम से करीब 1 किमी की दुरी पर आदि शंकर विमान मंडपम है। इसका निर्माण श्री कांची कामकोटि पीठ ने 1986 में कराया। भूतल सहित 4 मंजिला मंदिर में शैव, वैष्णव और शाक्त तीनों संप्रदायों के विग्रह स्थापित हैं।
■ संगम से दूरी करीब 1 किमी
■ दर्शन का समय सुबह 5 बजे से रात 10 तक।
Shri Adi Shankar Vimana Mandapam Map Link
13. पांडेश्वर नाथ महादेव मंदिर | Pandeshwar Mahadev Mandir Prayagraj

संगम से करीब 16 किमी की दुरी पर पांडेश्वर नाथ महादेव मंदिर स्तिथ है यह मंदिर भगवान् शंकर का मंदिर है। भगवान शंकर के इस मंदिर में पांडवों ने अज्ञातवास में दर्शन किए थे। यह मंदिर प्रयागराज के पंचक्रोशी परिक्रमा में स्थित है। मनोकामना पूर्ण होने पर निशाना चढ़ाया जाता है। तो आप सभी को भी इस पांडेश्वर नाथ महादेव मंदिर जरुर जाना चाहिए। और भोलेनाथ का आशीर्वाद प्राप्त करना चाहिए।
■ संगम से दूरी करीब 16 किमी
■ दर्शन का समय सुबह 5 से रात 9:30 बजे।
Pandeshwar Mahadev Mandir Prayagraj Map Link
14. शृंगवेरपुर धाम | Shri ngverpur Dham Prayagraj

संगम से करीब 25 किमी दूर शृंगवेरपुर धाम है। जहा भगवान श्रीराम ने वन जाते समय यहीं से गंगा नदी पार की थी। निषादराज केवट ने उन्हें यहीं से गंगा पार कराई थी। गंगा तट पर शृंगी देवी का प्राचीन मंदिर है। तो आप सभी लोग समय मिलने पर इस जगह भी जा सकते है।
■ संगम से दूरी करीब 25 किमी दूर
■ दर्शन का समय मंदिर हमेशा खुला रहता है।
Shri ngverpur Dham Prayagraj Map Link
15. आजाद पार्क | Azad Park Prayagraj

संगम से 6 किमी दूर इस ऐतिहासिक आजाद पार्क में महान क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद की शहादत हुई। 1870 में बने इस पार्क का नाम पहले अल्फ्रेड पार्क था। इसी परिसर में इलाहाबाद संग्रहालय भी है। तो आपको भी इस आजाद पार्क जरुर जाना चाहिए।
■ संगम से दूरी करीब 6 किमी दूर
■ आने का समय पार्क सुबह 5 बजे से रात 9:30 तक खुला रहता है।
Azad Park Prayagraj Map Link
16. आनंद भवन | Anand Bhawan Prayagraj

संगम से 6 किमी दूर आनंद भवन नाम का एक ऐतिहासिक संग्रहालय है जो नेहरू परिवार का निवास था। स्वतंत्रता आंदोलन से जुड़े कई फैसलों का गवाह है। यहां नक्षत्रशाला भी है।
■ संगम से दूरी 6 किमी
■ समय सुबह 9 से शाम 5 बजे
Anand Bhawan Prayagraj Map Link
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