2023 Me Amarnath Yatra Kaise Kare | अमरनाथ यात्रा की सम्पूर्ण जानकारी
Amarnath Yatra Kaise Kare . अमरनाथ यात्रा की सम्पूर्ण जानकारी. अमरनाथ की यात्रा पूरी करने के 2 रास्ते है. एक बलताल से अमरनाथ और दूसरा पहलगाम से अमरनाथ.
Amarnath Yatra Kaise Kare . अमरनाथ यात्रा की सम्पूर्ण जानकारी. अगर आप पहली बार अमरनाथ की यात्रा कर रहे है. तो मेरे इस आर्टिकल में आप सभी को अमरनाथ यात्रा से जुडी सम्पूर्ण जानकारी मिलने वाली है. ताप्को आपको यात्रा के दोरान किसी भी तरह की कोई परेशानी ना हो.
2023 Me Amarnath Yatra Kaise Kare
अमरनाथ यात्रा हिंदू धर्म की सबसे पवित्र यात्रा में से एक यात्रा है. हर शिव भक्त अपने जीवन काम में एक बार अमरनाथ जरुर जाना चाहता है. अमरनाथ की ये पवित्र यात्रा हर साल जम्मू और कश्मीर की सरकार द्वारा आयोजित की जाती है. अमरनाथ का मुख्य मंदिर समुन्द्र तल से 12,756 फीट की उचाई पर मोजूद है. और श्रीनगर से लगभग 141 किमी की दुरी पर स्तिथ है. अमरनाथ की यात्रा बहुत ही कठिन भरी यात्रा है. यात्रा कठिन होने के बाद भी शिव भगत इस यात्रा को पूरा करते है. अमरनाथ की यात्रा पूरी करने के 2 रास्ते है. एक बलताल से अमरनाथ और दूसरा पहलगाम से अमरनाथ.
अमरनाथ यात्रा की सम्पूर्ण जानकारी
सबसे पहले बात करते है अमरनाथ की यात्रा कब से शुरू हो रही है. इस साल अमरनाथ की यात्रा 1 july 2023 से शुरू होकर 31 अगस्त 2023 तक चलेगी. यात्रा के लिए पहला पूजन 3 जून को होगा. अमरनाथ की यात्रा पर आने से पहले आपको अपनी सभी तेयारी पूरी कर लेनी है. ताकि आपको यात्रा के दोरान किसी भी तरह की कोई परेशानी ना हो.
यात्रा पर आने से पहले यात्रा का रजिस्ट्रेशन भी होता है. अमरनाथ यात्रा का रजिस्ट्रेशन आप ऑफलाइन बैंक जलर या ऑनलाइन भी करवा सकते है. अमरनाथ के रजिस्ट्रेशन के लिए आपको हेल्थ सर्टिफिकेट की भी जरूरत पड़ेगी. उसी के बाद आप अमरनाथ यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन कर सकते है.
अमरनाथ यात्रा कैसे करे ?
अमरनाथ जाने के लिए सबसे नजदीकी हवाई अड्डा श्रीनगर में है. श्रीनगर लगभग सही बड़े बड़े शहरों से जुड़ा हुवा है. श्रीनगर एयरपोर्ट से पहलगाम और बलताल जाने के लिए टेक्सी और बस की सुविधा उपलब्ध रहती है. जिसके द्वारा आप आसानी से पहलगाम और बलताल पहुच सकते हो.
जैसा कि मैंने आपको उपर बताया है अमरनाथ यात्रा करने के दो रास्ते है. जिसमे से एक बलताल से अमरनाथ और दूसरा पहलगाम से है. तो इसलिए पहले हम इन पहलगाम और बलताल के बारे में जान लेते है. सबसे पहले हम बात करेंगे कि आखिर पहलगाम और बलताल कैसे पंहुचा जाये. उसके बाद हम अमरनाथ की गुफा में जाने की जानकारी प्राप्त करेंगे.
केदारनाथ की पैदल यात्रा कैसे करे?
अगर आप अमरनाथ की यात्रा करने के लिए ट्रेन से आ रहे है तो अमरनाथ जाने के लिए सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन जम्मू तवी है. जम्मू आने के लिए आपको बड़े बड़े शहर से ट्रेन की सुविधा मिल जाती है. जम्मू से बलताल और पहलगाम जाने के लिए आपको बस और टेक्सी की सुविधा मिल जाती है. टेक्स्ट और बस के माध्यम से आप लोग बहुत ही आराम से जम्मू से पहलगाम या बलताल पहुच सकते हो.
अगर आप बस से आना चाहते है तो बस के द्वारा भी आपको सबसे पहले जम्मू आना होगा. जम्मू आने के बाद ही आप लोग बस या टेक्सी के माध्यम से बलताल या पहलगाम पहुच सकते हो. जब आप यात्रा का रजिस्टेशन करते है तो उसमे आपको लिखना होता है कि आप किस रूट से अमरनाथ जायेंगे. और किस रूट से अमरनाथ से वापिस आयेंगे. तो आप अपने रजिस्ट्रेशन के अनुसार ही पूरा प्लान बनाइए. अब हम बात करते है. इन दोनों जगह से किस तरह अमरनाथ की गुफा तक पंहुचा जा सकता है.
पहलगाम से अमरनाथ गुफा की पैदल यात्रा की जानकारी
अगर आप पहलगाम से अमरनाथ की यात्रा करना चाहते है, तो पहलगाम से 16 किमी. की दुरी पर चन्दन वाडी है, जहा आप बस या टेक्सी के माध्यम से बहुत ही आराम से पहुच सकते हो. पहलगाम और चंदनवाड़ी दोनों ही जगह रुकने और खाने पीने के साधन मौजद है.
बस या टेक्सी के द्वारा चंदनवाड़ी पहुचने के बाद आपको शेषनाग जाना होगा. चंदनवाड़ी से शेषनाग की दुरी 12 किमी की है. शेषनाग जाने के लिए आप चाहे तो पैदल जा सकते हो या फिर घोडा या पालकी के द्वारा भी आप शेषनाग पहुच सकते हो. 12 किमी का सफर पूरा करने में आपको 6 से 8 घंटे लग सकते है. शेषनाग पहुचने के बाद आपको वहा रहने और खाने की सुविधा मिल जाती है.
शेषनाग के बाद आपका अगला पडाव पंचतरणी नामक स्थान का है. शेषनाग से पंचतरणी की दुरी 14 किमी की है. जिसे आप पैदल, घोडा या पालकी के माध्यम से कर सकते हो. पंचतरणी पहुचने के बाद भी आपको खाने पिने और रहने की सभी सुविधा मिल जाती है. 14 किमी की पैदल दुरी पूरी करने में भी आपको 6 से 8 घंटे लग सकते है.
पंचतरणी से अमरनाथ की गुफा की दुरी मात्र 6 किमी रह जाती है. जिसे आप पैदल, घोड़े या पालकी के माध्यम से पूरी कर सकते हो. पंचतरणी से अमरनाथ की गुफा में पैदल जाने में भी आपको 5 से 7 घंटे लग सकते है. अमरनाथ की गुफा के पास भी आपको रहने और खाने पिने की सुविधा मिल जाती है. पहलगाम से अमरनाथ गुफा तक पहुचने में आपको 3 से 5 दिन का समय लग सकता है.
ट्रेकिंग मार्ग - पहलगाम, चंदनवारी, पिस्सू टॉप, शेषनाग, पंचतरणी, अमरनाथ गुफा.
बलताल से अमरनाथ की पैदल यात्रा की जानकारी
अगर आप बलताल से अमरनाथ की यात्रा करना चाहते हो. तो बालताल से अमरनाथ गुफा की दुरी 14 किमी है. और इस दुरी को आप पैदल, घोडा या पालकी के द्वारा पूरी कर सकते हो. अगर आप इस दुरी को पैदल करते है तो आपको 2 दिन का समय लग सकता है. कुछ लोग एक ही दिन में इस दुरी को पूरा कर लेते है. तो आप अपनी हिम्मत के अनुसार इस दुरी को पार करिए. भोलेनाथ का नाम लेते लेते आप बहुत ही आराम से अमरनाथ की गुफा में पहुच जाते है.
उपर दी गयी जानकारी से आपको पता चल गया होगा. कि दोनों रास्तो से किस तरह अमरनाथ की यात्रा की जाती है. अब बात करते है कि आखिर हमे किस रूट से अमरनाथ की यात्रा करनी चाहिए. अगर आपके पास अमरनाथ की यात्रा करने के लिए समय कम है तो आप लोग बलताल वाले रूट से अमरनाथ गुफा की यात्रा कर सकते हो. अगर आपके पास अमरनाथ की गुफा जाने के लिए 5 या 6 दिन का समय है तो आप पहलगाम वाए रूट से भी अमरनाथ की गुफा जा सकते हो.
पहलगाम वाले रस्ते से अमरनाथ की गुफा की यात्रा करने पर आपको बहुत ही मनमोहक द्रश्य मिलेंगे. ऐसे द्रश्य जो आपकी अमरनाथ यात्रा को और भी यादगार बना देंगे. प्राकर्तिक मनमोहक द्रश्य का आनंद लेने की वजह से ही बहुत से लोग अपनी अमरनाथ यात्रा पहलगाम से करते है. मैं आपको एक सुझाव दूंगा, जब आप आर्नाथ यात्रा के लिए परमिट बनवाते है. तो आप अमरनाथ गुफा जाने के लिए पहलगाम रूट और आने के लिए बलताल वाला रूट लिखे. ताकि आप अपनी अमरनाथ यात्रा के दोरान दोनों ही रूट को कवर कर सको.
मुझे उम्मीद है मैं ये आर्टिकल उन सभी शिव भगतो के लिए जरुर काम का साबित होगा. जो पहली बार अपनी अमरनाथ की यात्रा पर जा रहे है. अमरनाथ यात्रा से जुड़ा अगर आपके मन में कोई सवाल हो, तो आप कमेन्ट करके मुझसे पूछ सकते हो. जय अमरनाथ.
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